शीत युद्ध - अंतर्मन का
किसी ओर से लड़ने से अच्छा
कि लड़ लूं
कुछ देर खुद से
बता दूं,
इन काग़ज़ों के मार्फत
तुम्हें भी
कि, अंतर्मन की लड़ाई ही है
सबसे बड़ा शीत युद्ध।
ऐसा युद्ध
जिसमें होते हैं
दो बराबर पक्ष,
होती हैं,
अतीत की गलतियां
होते हैं,
भविष्य के सपने
और...
पुस्तक समीक्षा - वह साँप सीढ़ी नहीं खेलता!
गणेश गनी का कविता संग्रह "वह साँप सीढ़ी नहीं खेलता" लोकोदय प्रकाशन से जनवरी 2019 में प्रकाशित हुआ। इस संग्रह में 59 कवितायेँ हैं और लगभग सभी छोटे आकार की ही...
यार विवेक मैं सोच रहा हूँ क्यों ना इस बार चुनाव में अपनी गाय को खड़ा कर दूं। मैं खुद तो कभी चुनाव जीत नहीं सकता ! गाय को खड़ा किया तो बाकी सारे उम्मीदवार अपना अपना वोट भी...
1. शहर की झूठी शान में आके, घरो से निकले गांव के बाँके
एक होड़ है किसी मोड़ पर पहुंचने की, अब न जाने, वो मंजिल है या मिराज है।
दुनिया वाले तो यही कहते है कि, जीने का यही सही...
1. खूबसूरत लम्हो में
लिखना चाहती थी ,
हर रोज़ इक कविता ....
मैं हर रोज़;
इक कविता तेरे लिए
इक कविता, तेरे लिए
ऐसा वो कल आता,...
मगर, दफन सी
हो गई
उम्मीद ।
अरमान, कुछ तेरे
कुछ मेरे
बीते कल की बातों में
छोड़ आए
जिनको उन खूबसूरत
लम्हों में
जहाँ मिले थे
हम...
1. इक लौ अभी तक ज़िंदा है
अभी कोई नहीं है ख़ुशी यहाँ,
बंजर खेत है,उजाड़ बस्ती है।
इक लौ अभी ज़िंदा है
जो इक निग़ाह को तरसती है।
इक ख़ौफ़ सा अंदर बाकी है
इक आंख रात दिन जगती है,
खौफ़जदा है वो हर इक...
चेयरमैन साहब कुछ दिनों से परेशान चल रहे थे, उनकी समझ में नहीं आ रहा था की फेसबुक में उन्होंने 5000 दोस्त बना रखे हैं और क्यों नहीं बन रहे? चाहते तो साहब 5 लाख बनाना पर कमबख्त जकरबर्ग...
1. नया काम नया नाम
खुद को खुदी से ही अलग कर रहा हूं
जीने के लिए एक नया काम कर रहा हूं।
मौकापरस्त ही मिले लोग इस शहर में
तभी रास्ता श्मशान का साफ कर रहा हूं।
बिना बीज के ही उग आते...
वक्त बदले ज़िन्दगी
वक्त बदला
एहसास बदले
कल बदला
और आज बदले ।
कुछ लम्हे बदले
कुछ स्वयं से हैं सवाल बदले।
वक्त है ,फिर बदलेगा
इसके बदलते ही ,
हर बवाल बदले ।
तुम नहीं बदले आज भी
वक्त ने हैं हालात बदले।
जी ले जिन्दगी को जी भर...
कविता – बात कहीं और ले गया
बदली थी सरकार हमने
क्या जोश था
आख़िर बदलाव आया था,
मन में एक भाव आया था
की अब देश बदलेगा !
नहीं मरेगा किसान,
नहीं होगा सीमा पर बलिदान !
कला धन आएगा
और गरीब भी खुशहाल हो जायेगा,
भ्रष्टाचार खत्म...