हिमाचल हलचल
मैं सर्वश्रेष्ठ हूँ।
मैं सर्वश्रेष्ठ हूँ।
मैं सर्वश्रेष्ठ हूँ।
क्या कहा तुमने? “कैसे ?”
पहली बात तो ये, तुमने मुझसे प्रश्न किया कैसे?
प्रश्न करे तु मुझसे,
तेरी ये औकात नहीं।
लेकिन मैं सर्वश्रेष्ठ हूँ।
हैरानी की तो बात...
सही गलत (कविता)
सही गलत
किसी बात से व्यथित मन,
व्यथित मन ने लिया ठान,
क्या सही है क्या है गलत?
अब तो वह यह लेगा जान।
विचारों के विमान संग,
उड़ता फिर रहा था मन।
फिर दृश्य एक...
महल के द्वार में ।
हो तपती गर्मी या हो सर्दी,
उगाई फ़सलें तूने सदियों, हर मौसम की मार में।
तू कौन है?
जो आ खड़ा है, महल के द्वार में ।
चुप ही था तु तो सदा,
सर...
आपके क्या कारण हैं?
भोग विलासी, अत्याचारी,
चाहे राजा हो दुर्व्यव्हारी।
यशोगीत वो गाते थे,
दिन को कह दे रात अगर वो ,
तो रात ही बताते थे।
ये तो उनका काम था,
इसी से चुल्हा जलता था।
क्यों ना...
हिमाचल दर्शन
चर्चा में
नफ़रत के बीज (कविता)
नफ़रत के बीज
शहरों से दूर,
आधुनिकता से परे,
भौतिकता के पार,
दूर सुदूर क्षेत्र में प्रकृति की गोद में बसा एक गाँव।
गांव के...
हिमरी गंगा II डायना पार्क IIस्वर्णिम वाटिका बासाधार
हिमरी गंगा / डायना पार्क /स्वर्णिम वाटिका बासाधार
भारत एक लोकतांत्रिक देश है,इसलिए यहां समय-समय पर लोकतंत्र का सबसे बड़ा महापर्व यानी चुनाव होते रहते...
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तेरी ये औकात नहीं।
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क्या कहा तुमने? “कैसे ?”
पहली बात तो ये, तुमने मुझसे प्रश्न किया कैसे?
प्रश्न करे तु मुझसे,
तेरी ये औकात नहीं।
लेकिन मैं सर्वश्रेष्ठ हूँ।
हैरानी की तो बात...
सही गलत (कविता)
सही गलत
किसी बात से व्यथित मन,
व्यथित मन ने लिया ठान,
क्या सही है क्या है गलत?
अब तो वह यह लेगा जान।
विचारों के विमान संग,
उड़ता फिर रहा था मन।
फिर दृश्य एक...
महल के द्वार में ।
हो तपती गर्मी या हो सर्दी,
उगाई फ़सलें तूने सदियों, हर मौसम की मार में।
तू कौन है?
जो आ खड़ा है, महल के द्वार में ।
चुप ही था तु तो सदा,
सर...
आपके क्या कारण हैं?
भोग विलासी, अत्याचारी,
चाहे राजा हो दुर्व्यव्हारी।
यशोगीत वो गाते थे,
दिन को कह दे रात अगर वो ,
तो रात ही बताते थे।
ये तो उनका काम था,
इसी से चुल्हा जलता था।
क्यों ना...